नशा तस्करों के विरुद्ध जारी रहेगी बुलडोजर मुहिम
पंजाब विरोधी स्टैंड के लिए अकाली दल और कांग्रेस को आड़े हाथों लिया
नारंगवाल (लुधियाना), 17 मई- पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज राज्य के लोगों से पार्टी स्तर से ऊपर उठकर राज्य सरकार की ‘युद्ध नशों विरुद्ध’ मुहिम का साथ देने की अपील की।
नशों के विरुद्ध संकल्प लेने की शपथ दिलाने के बाद जन समूह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि नशों के विरुद्ध जंग को लोक लहर में बदलना पड़ेगा और लोगों को अलग-अलग पार्टियों के साथ राजनीतिक नजदीकी के अनुसार नहीं चलना चाहिए। उन्होंने कहा कि पंजाब को नशा मुक्त राज्य बनाना बहुत जरूरी है और यह हमारी आने वाली पीढ़ियों की लड़ाई है और इसका सहयोग करना हर पंजाबी का नैतिक कर्तव्य बनता है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह लड़ाई तब तक जारी रहेगी, जब तक नशे का कोढ़ खत्म नहीं हो जाता।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नशों को जड़ से उखाड़ फेंकने तक नशा तस्करों की संपत्तियों को गिराने के लिए बुलडोजर मुहिम को जारी रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई कानून के अनुसार की जा रही है और इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि नशे के व्यापार को तगड़ा झटका दिया जाए।
भगवंत सिंह मान ने कहा कि इस कार्रवाई को और तेज किया जाएगा ताकि राज्य से नशे का पूरी तरह सफाया किया जा सके।
मुख्यमंत्री ने नारंगवाल और अन्य गांवों का जिक्र करते हुए कहा कि राज्य के ये बड़े गांव बड़े खेल टूर्नामेंटों के लिए जाने जाते थे। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों के बुरे रवैये के कारण ये गांव नशों के अड्डे में बदल गए थे। भगवंत सिंह मान ने कहा कि बुलडोजर मुहिम इस गांव से शुरू की गई थी और फिर नशों को खत्म करने की मुहिम पूरे राज्य में चलाई गई थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नशों के विरुद्ध जंग तेज कर दी गई है और हम तब तक टिक कर नहीं बैठेंगे, जब तक राज्य में नशा मुकम्मल तौर पर खत्म नहीं हो जाता।
उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने नशों के कारोबार को संरक्षण देकर राज्य के लोगों को मूर्ख बनाया था। भगवंत सिंह मान ने कहा कि अब उनकी सरकार राज्य की पीढ़ियों को बचाने के लिए अथक मेहनत कर रही है और इस नेक कार्य के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नशों का व्यापार अकाली सरकार के समय बढ़ा था और ये अकाली ही श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के लिए जिम्मेदार थे। उन्होंने कहा कि अकाली नेता अब अपने पापों की सजा भुगत रहे हैं क्योंकि लोगों ने उन्हें पहले ही सत्ता से बाहर कर दिया है और वे राजनीतिक गुमनामी में चले गए हैं। भगवंत सिंह मान ने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस ने राज्य को भ्रष्टाचार दिया और अकाली दल ने इसे संरक्षण दिया, इसी तरह अकाली दल ने नशा तस्कर पैदा किए और कांग्रेस ने तस्करों को पनाह दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब और इसके लोगों के प्रति इन नेताओं की असंवेदनशीलता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जब पूरा पंजाब अपने पानी को बचाने के लिए लड़ रहा था तो इन नेताओं ने बोलने की बजाय चुप रहने का रास्ता चुना। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने केंद्र सरकार, बीबीएमबी और हरियाणा सरकार की राज्य के पानी चोरी करने की साजिश का सख्त विरोध किया।
भगवंत सिंह मान ने कहा कि उनसे पहले की सरकारें अपने निजी हितों के लिए पड़ोसी राज्य को अतिरिक्त पानी देने से परहेज नहीं करती थीं लेकिन राज्य के पानी के रक्षक होने के नाते वे ऐसा कभी भी नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि पंजाब ने अब अपने नहर के पानी की व्यवस्था को अपग्रेड किया है, इसलिए अब आने वाले धान के सीजन के मद्देनजर राज्य के किसानों की जरूरतों को पूरा करने के लिए पानी की जरूरत है।
नशों के विरुद्ध जंग में लोगों के पूर्ण सहयोग और समर्थन की मांग करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि नशों की बुराई राज्य के माथे पर कलंक है और इस बुराई को खत्म करने के लिए रणनीति बनाने में राज्य सरकार को दो साल से अधिक समय लगा।
भगवंत सिंह मान ने कहा कि रणनीति के तहत नशों की सप्लाई लाइन काट दी गई, इन घिनौने अपराध में शामिल बड़ी मछलियों को सलाखों के पीछे डाल दिया गया, नशा पीड़ितों का पुनर्वास सुनिश्चित किया गया और नशा तस्करों की संपत्ति भी जब्त करके नष्ट कर दी गई। उन्होंने कहा कि अब राज्य सरकार ने युद्ध नशे के विरुद्ध मुहिम के तहत नशों के विरुद्ध जंग शुरू की है जिसका उद्देश्य राज्य को नशा मुक्त बनाना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह देखकर खुशी होती है कि इस समारोह में बड़ी संख्या में महिलाएं हिस्सा ले रही हैं, जो शुभ संकेत है। उन्होंने कहा कि यदि महिलाएं किसी भी बुराई को खत्म करने के लिए इतनी बड़ी संख्या में आगे आती हैं तो यह निश्चित रूप से कहा जा सकता है कि इस समस्या का बहुत जल्द सफाया हो जाएगा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि वह दिन दूर नहीं, जब राज्य की महिलाओं की सक्रिय भागीदारी से राज्य पूरी तरह नशा मुक्त हो जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाबी ‘वैश्विक नागरिक’ हैं जिन्होंने दुनिया के हर कोने में अपने लिए अलग मुकाम कायम किया है। उन्होंने कहा कि मौका मिलने पर मेहनती, नवीनताकारी और ऊर्जावान पंजाबी हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर रहे हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि लोगों के सक्रिय सहयोग से राज्य सरकार ‘रंगला पंजाब’ बनाने पर जोर दे रही है और नशों के विरुद्ध जंग इस उद्देश्य को पूरा करने का एक हिस्सा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले राज्य के नेता पंजाब के हितों को नुकसान पहुंचाते थे, इसके विपरीत आज पंजाब सरकार राज्य के समग्र विकास और खुशहाली पर ध्यान केंद्रित कर रही है। उन्होंने कहा कि पहले राजनीतिक नेता लोगों से मिलने से डरते थे जबकि आज राज्य सरकार लोगों के साथ सीधा संवाद कर रही है और उनकी फीडबैक ले रही है।
भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब के सामाजिक-आर्थिक विकास में सक्रिय भागीदार बनाकर राज्य और इसके लोगों के हितों की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बहुत गर्व की बात है कि राज्य के युवाओं को 54000 से अधिक सरकारी नौकरियां प्रदान की गई हैं। उन्होंने कहा कि सभी नौकरियां बिना किसी भ्रष्टाचार या भाई-भतीजावाद के पूरी योग्यता के आधार पर दी गई हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह कदम युवाओं को पंजाब के सामाजिक-आर्थिक विकास में सक्रिय भागीदार बना रहा है।
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Gautam Jalandhari (Editor)