राज्य के निवासियों में मछली की खपत को बढ़ावा देने के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए गुरु अंगद देव पशु वेटरनरी एंड एनिमल साइंसेज यूनिवर्सिटी, लुधियाना के कालेज आफ फिशरीज द्वारा आयोजित मछली महोत्सव में बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन लुधियाना के
डिप्टी कमिश्नर जितेन्द्र जोरवाल, आईएएस ने मुख्य अतिथि के रूप में किया तथा डा.जतिंदर पाल सिंह गिल, वाइस चांसलर इस अवसर पर विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के अधिकारी एवं गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य लोगों को स्वस्थ भोजन के लाभों के बारे में शिक्षित करना और गुणवत्तापूर्ण उत्पादों के बारे में जागरूकता बढ़ाना था। मेले में यह भी बताया गया कि इस क्षेत्र में उद्यमिता के माध्यम से रोजगार के अनेक अवसर उपलब्ध हैं। सजावटी मछलियों ने भी जनता का काफी ध्यान आकर्षित किया। जोरवाल ने युवा छात्रों से मिलकर प्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि उनके द्वारा बनाए गए उत्पाद और एक्वेरियम काफी ध्यान आकर्षित करते हैं। मछली आहार के स्वास्थ्य लाभों के बारे में बात करते हुए उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस तरह के कार्यक्रम से लोग इसके बारे में अधिक जागरूक होंगे। डॉ गिल ने कहा कि विश्वविद्यालय शिक्षा, अनुसंधान और प्रसार के माध्यम से मछली और झींगा पालन को बढ़ावा दे रही है। विश्वविद्यालय ने सेम और खारे पानी वाले क्षेत्रों में झींगा पालन करके किसानों की आय में सुधार करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा विकसित उत्पादों को लोगों द्वारा काफी सराहा जा रहा है तथा इससे किसानों को अपना व्यवसाय स्थापित करने में काफी मदद मिल रही है।
डॉ मीरा डी. आंसल, डीन कालेज आफ फिशरीज ने बताया कि महाविद्यालय द्वारा तैयार उत्पादों को लोगों द्वारा बहुत तेजी से खरीदा गया, जो स्वस्थ उत्पादों के प्रति उनके आकर्षण को दर्शाता है। उन्होंने बताया कि टैग लाइन प्रतियोगिता भी आयोजित की गई, जिसके बाद विजेता का चयन किया जाएगा तथा आगामी पशुपालन मेले (21-22 मार्च) में नकद पुरस्कार व ट्रॉफी दी जाएगी।