भारतीय जनता पार्टी के जम्मू कश्मीर, लद्दाख व तेलंगाना के प्रभारी राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने बयान जारी कर “पाक अधिकृत कश्मीर” संकट के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि राष्ट्रहित पर ऐतिहासिक भूल की बहुत बड़ी कीमत देश, देशवाशियों और कश्मीर के नागरिकों को चुकानी पड़ रही है।
चुग ने इस विषय पर प्रकाश डालते हुए कश्मीर से जुड़े अहम मुद्दे उठाए हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में देश आज पूरे विश्व को दिशा दे रहा है। लोकतंत्र मजबूत होते हुए भी आत्मचिंतन किया जाता है और इतिहास में की गयी भूलों से राष्ट्र सीखता है। जबकि कांग्रेस पार्टी ने नेहरू जी की पांच ऐतिहासिक भूलों को दबाए रखने का कुत्सित प्रयास करते हुए झूठ फैलाया और सत्य को छिपाया गया। यह ऐतिहासिक सत्य है कि कश्मीर विलय मामले में स्वर्गीय जवाहर लाल नेहरू द्वारा अपनी निजी महत्वाकांक्षाओं को महत्व दिया गया और देश हित की अनदेखी की गयी।
चुग ने कहा हर कोई जानता है कि नेहरू जी की गहरी व् रहस्य्मयी दोस्ती शेख अब्दुला के साथ थी। उन्होंने दोस्ती ऐसी निभाई की आजाद भारत को पाकिस्तानी आक्रांता का सामना करना पड़ा। परिणामस्वरूप, भारत के अभिन्न अंग पर पीओके बन गया और पाकिस्तान का उस पर अनाधिकृत कब्जा हो गया।
चुग ने कहा की देश की जनता सवाल पूछ रही है कि सरदार वल्लभ भाई पटेल के नक़्शे कदम पर चलते हुए यदि समय पर कश्मीर को लेकर त्वरित कार्रवाई की गई होती तो यह समस्या नहीं होती। जैसे सरदार वल्लभ भाई पटेल ने 560 रजवाड़ों का भारत में विलय कराया था। नेहरू जी यदि सरदार वल्लभ भाई पटेल के रास्ते पर चलकर कश्मीर का विलय कराते तो संभवतः आज देश को जिहादी आतंकवाद नहीं देखना पड़ता।
चुग ने कहा पंडित नेहरू कहते थे कि अनुच्छेद 370 एक प्रोविजनल इंस्ट्रूमेंट है जो घिसते-घिसते घिस जाएगा। उन्हें सांप्रदायिक और तुष्टिकरण की राजनीति करनी थी, इस कारण वे लोग अस्थायी प्रोविजन तक को समाप्त नहीं कर सके। पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व की सरकार ने 5 अगस्त 2019 को धारा 370 एवम 35A की जंजीरों से जम्मू कश्मीर को मुक्ति दिलाई।
चुग ने कहा कांग्रेस आज भी बदली नहीं है, बांटने की सोच अभी भी वैसी ही है। अनुच्छेद 370 को संशोधित करने के लिए संसद में बिल लाया गया था, उस वक्त गृहमंत्री श्री अमित शाह ने भारत के दोनों सदनों में सिंह गर्जना करते हुए कहा कि जान दे देंगे किन्तु एक इंच कश्मीर की जमीन नहीं देंगे।
चुग ने कहा जब भारत को मजबूत करने के लिए संविधान के दायरे में रहकर कोई प्रयास किया जाता है तो कांग्रेस पार्टी अपनी ओछी राजनीति करने के लिए विरोध करती है। आज के दिन कांग्रेस पार्टी को कश्मीर समस्या पर नेहरू की भूलों के लिए पूरे देश से माफ़ी मंगनी चाहिए ।
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Gautam Jalandhari (Editor)