-- बांध के काफी हिस्से में 50 फुट से अधिक गाद जमी -- गाद न निकाली गई तो बारिश के मौसम में टूट भी सकता है डैम मिर्जापुर डैम से अगर गाद तुरंत न निकाली गई तो मानसून के दौरान डैम टूट सकता है। ऐसा हुआ तो गोचर, अभिपुर, मियांपुर चंगर, खिजराबाद, लाबणगढ़ आदि गांव पानी में डूब जाएंगे। यह कहना है पंजाब भाजपा के वरिष्ठ नेता व मुख्यमंत्री के पूर्व मीडिया सलहकार विनीत जोशी का, जिन्होंने मिर्जापुर डैम का दौरा किया। जोशी के साथ गोचर गांव से ओम प्रकाश, सियालबा माजरी से मोहित गौतम समेत अन्य युवा थे। जोशी ने कहा कि डैम का पानी छोड़ने वाला वाल्व खराब होने के कारण और बांध स्पिलवे की वर्षों से सफाई न होने से पिछले मानसून सीजन में मिर्जापुर डैम में जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर चला गया था। सिंचाई विभाग के अफसर कर रहे अनदेखी जोशी ने कहा कि सिंचाई विभाग के अफसरों की अनदेखी के कारण मिर्जापुर डैम में दो तिहाई से अधिक हिस्से में 50 फुट से ज्यादा गाद भर चुकी है। वहां घास और जंगली बूटी भी उग चुकी है। उन्होंने कहा कि गाद वाली जगह इतनी बड़ी है कि वहां 4 एकड़ का क्रिकेट ग्राउंड और साथ में डेढ़ एकड़ का फुटबॉल ग्राउंड बन सकता है। उन्होंने बताया कि मिर्जापुर डैम का निर्माण 1997 में गोचर, अभयपुर, कुबाहेड़ी, संगतपुरा, मानिकपुर गांवों की लगभग 2200 एकड़ खेती योग्य जमीन की सिंचाई के लिए किया गया था। लेकिन गाद जमने के कारण पिछले कई वर्षों से इन गांवों को सिंचाई के लिए इस बांध से एक बूंद पानी भी नहीं मिला पाया है। यही नहीं, डैम से खेतों तक पानी पहुंचाने के लिए जमीन के अंदर पाइपों का जो जाल बिछाया गया है उसके रख रखाव के लिए सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने कुछ नहीं किया। अब ये पाइपें जगह-जगह से टूट चुके हैं। डैम से पानी छोड़ने के लिए लगाया गया वाल्व भी खराब हो चुका है और उसके पाइप में गाद भर चुकी है। उसे भी लंबे समय से साफ नहीं करवाया गया। डैम के कारण इन गावों के लोगों को खेती से अच्छी आमदन होने लगी थी जो अब लगभग खत्म हो चुकी है। सरकार से गाद निकलवाने की मांग जोशी ने पंजाब सरकार से मांग की कि मानसून के कारण डैम टूटने के खतरे को ध्यान में रखते हुए तुरंत डैम से गाद निकलवाने, वाल्व ठीक करवाने और बांध स्पिलवे की गहराई ठीक करने के लिए कारवाई करे ।
Mirzapur-Dam-Can-Cause-Havoc-This-Monsoon
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Gautam Jalandhari (Editor)