पंजाब के कैबिनेट मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की संसद में उनकी हालिया टिप्पणी के लिए कड़ी निंदा की है। उन्होंने इसे बाबा साहब भीमराव अंबेडकर का अपमान बताया और कहा कि वे भारतीय संविधान के प्रमुख वास्तुकार और लाखों लोगों के लिए एक श्रद्धेय नेता हैं।
मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ ने अमित शाह की टिप्पणियों पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसी टिप्पणियां न केवल डॉ. अंबेडकर के लिए अपमानजनक हैं बल्कि यह सत्तारूढ़ दल के भीतर बैठे अंबेडकर के प्रति गहरे पूर्वाग्रह को भी उजागर करती है। मंत्री ने कहा कि डॉ. बी.आर. अंबेडकर सामाजिक न्याय, समानता और उत्पीड़न के खिलाफ लड़ाई के प्रतीक हैं। राष्ट्र के लिए उनका योगदान अद्वितीय है और उनकी विरासत को कमजोर करने का कोई भी प्रयास अंबेडकर और दलितों का अपमान है।
उन्होंने आगे कहा कि संसद में अमित शाह का बयान न केवल असंवेदनशील है, बल्कि डॉ. अंबेडकर के समानता और न्याय के सिद्धांतों के प्रति भाजपा की लंबे समय से चली आ रही उपेक्षा का भी संकेत है। इस तरह की टिप्पणियां भाजपा की असली विचारधारा को याद दिलाती है।
मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ ने केंद्रीय गृह मंत्री से अपनी अपमानजनक टिप्पणियों के लिए तत्काल माफी मांगने और केंद्र सरकार से डॉ. अंबेडकर की गरिमा और सम्मान को बनाए रखने की मांग की। उन्होंने कहा कि पंजाब और पूरे देश के लोग डॉ. अंबेडकर को सर्वोच्च सम्मान देते हैं। एक समावेशी और न्यायपूर्ण समाज के लिए उनका दृष्टिकोण हमारे लोकतंत्र की नींव है। उनके योगदान को कमजोर करने के किसी भी प्रयास का हर तरफ से मजबूत प्रतिरोध किया जाएगा।
मंत्री ने डॉ. अंबेडकर के मूल्यों और शिक्षाओं को बढ़ावा देने के लिए निरंतर राजनीतिक प्रयासों की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि यह जरूरी है कि हम अपने नागरिकों को डॉ. अंबेडकर की शिक्षाओं के सच्चे सार के बारे में शिक्षित करें और यह सुनिश्चित करें कि उनकी विरासत संरक्षित और सम्मानित रहे। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार डॉ भीमराव अम्बेडकर के सामाजिक न्याय और समानता के सिद्धांतों को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।
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Gautam Jalandhari (Editor)