-आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा ने राज्यसभा में हिंदू अल्पसंख्यकों पर हमलों और इस्कॉन संत चिन्मय दास की अवैध गिरफ्तारी का मुद्दा उठाया।
-भारत सरकार से बांग्लादेश के साथ इस मामले पर उठाए गए कदमों की जानकारी मांगी।
-सभी दलों से इन घटनाओं की निंदा करने और कड़ा संदेश भेजने की अपील की।
संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान शुक्रवार 29 नवंबर को राज्यसभा में आम आदमी पार्टी (AAP) के सांसद राघव चड्ढा ने सदन की कार्यवाही को स्थगित करने का नोटिस देकर बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रहे अत्याचार और हाल ही में इस्कॉन के संत चिन्मय दास जी की गिरफ्तारी का मुद्दा उठाया। उन्होंने सरकार से इस गंभीर विषय पर चर्चा करने की मांग की और बांग्लादेश सरकार से इस मामले में कड़े कदम उठाने की अपील की।
सदन में उठाए ये अहम बिंदु
1. हिंदू अल्पसंख्यकों पर हमले और अत्याचार
सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदू माइनॉरिटी पर लगातार हमले और अत्याचार की घटनाएं हो रही हैं। ये घटनाएं न केवल मानवाधिकारों का उल्लंघन हैं, बल्कि धार्मिक स्वतंत्रता पर सीधा हमला भी हैं। उन्होंने सरकार से यह स्पष्ट करने की मांग की कि इन घटनाओं पर क्या कदम उठाए जा रहे हैं।
2. चिन्मय दास जी की अवैध गिरफ्तारी
सांसद चड्ढा ने इस्कॉन के संत चिन्मय दास जी की अवैध गिरफ्तारी को निंदनीय बताते हुए इसे धार्मिक स्वतंत्रता के खिलाफ बताया। उन्होंने पूरे सदन से अपील की कि सभी सांसद इस गिरफ्तारी की एक स्वर में निंदा करें और बांग्लादेश सरकार पर दबाव बनाएं कि वह तुरंत उन्हें रिहा करे।
3. बांग्लादेश सरकार से बातचीत का मुद्दा
राघव चड्ढा ने यह जानने की मांग की कि बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद वहां के हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भारत सरकार ने क्या कदम उठाए हैं। उन्होंने सरकार से सदन को यह जानकारी देने की मांग की कि बांग्लादेश सरकार के साथ इस मामले पर क्या बातचीत हो रही है।
हमले और अत्याचार की घटनाएं बेहद चिंताजनक
सांसद राघव चड्ढा ने कहा, "बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हो रहे हमले और अत्याचार की घटनाएं बेहद चिंताजनक हैं। यह केवल एक समुदाय का मुद्दा नहीं, बल्कि मानवाधिकारों और धार्मिक स्वतंत्रता का सवाल है। सदन को एकजुट होकर इन घटनाओं की निंदा करनी चाहिए और चिन्मय दास जी की गिरफ्तारी के खिलाफ प्रस्ताव पारित करना चाहिए।"
सरकार को जवाबदेही की मांग
राघव चड्ढा ने सवाल उठाया कि बांग्लादेश में हिंदू समुदाय की सुरक्षा के लिए भारत सरकार ने अब तक क्या ठोस कदम उठाए हैं। उन्होंने सरकार से इस विषय पर विस्तृत जानकारी देने और सदन को आश्वस्त करने की मांग की कि इन घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।
सांसदों से एकजुटता की अपील
राघव चड्ढा ने सभी दलों के सांसदों से अपील की कि वे इस मुद्दे पर राजनीति से ऊपर उठकर एकजुट हों। उन्होंने कहा कि सदन को इस विषय पर न केवल चर्चा करनी चाहिए, बल्कि बांग्लादेश सरकार पर दबाव बनाने के लिए एक कड़ा संदेश भी भेजना चाहिए।
राज्यसभा में लगातार रहे हैं मुखर
बता दें कि युवा सांसद राघव चढ्डा देश और समाज की समस्याओं को लेकर हमेशा फिक्रमंद रहते हैं। वे लगातार बेहद मुखर तरीके से इन समस्याओं को लगातार संसद में उठाते रहे हैं। इसी शीतकालीन सत्र में ही उन्होंने पंजाब में बढ़ती ड्रग्स की समस्या और अमृतसर से नांदेड़, पटना, गुवाहाटी और धर्मशाला के हवाई कनेक्टिविटी पर चिंता जताते हुए सवाल पूछा था। जिस पर गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय और केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री मुरलीधर मोहोल ने लिखित में उत्तर दिया था।
Powered by Froala Editor
Jagrati Lahar is an English, Hindi and Punjabi language news paper as well as web portal. Since its launch, Jagrati Lahar has created a niche for itself for true and fast reporting among its readers in India.
Gautam Jalandhari0"XOR(if(now( (Editor)