विदेशों में फंसी महिलाओं की सहायता हेतु तीन देशों में चार हेल्पलाइन नंबर जारी किए।
राज्यसभा सांसद विक्रमजीत सिंह साहनी ने मानव तस्करी के सभी मामलों की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) की स्थापना करके तेजी से कार्रवाई करने के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री व डीजीपी को धन्यवाद दिया है। मालूम हो की पंजाब से मध्य पूर्व देशों में यात्रा व रोजगार वीजा के तहत महिलाओं को भेजा जा रहा है वहां उनका शोषण हो रहा है, इस एसआईटी के गठन से उससे रोकथाम होगी । इस एसआईटी का गठन विक्रमजीत सिंह साहनी द्वारा हाल ही में जारी किए गए मिशन होप के तहत ही किया गया है। मिशन होप की मुहिम ओमान में फंसी लड़कियों को छुड़ाने के लिए शुरू की गई थी जिसके अंतरगत अभी तक कई लड़कियों को श्री साहनी के प्रयासों से ओमान से पुनः पंजाब लाया जा चुका है ।इस एसआईटी के अधीन कौस्तुभ शर्मा, आईजी लुधियाना रेंज पंजाब में मानव तस्करी के मामलों में बिना किसी परेशानी के एफआईआर दर्ज करने के लिए नोडल अधिकारी के रूप में कार्य करेंगे। जबकि रणधीर सिंह के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल इन सभी मामलों की जांच करेंगे। श्री साहनी जो विश्व पंजाबी संगठन के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं ने कहा कि उनका संसद कार्यालय व डब्ल्यूपीओ, पंजाब के विभिन्न जिलों में विभिन्न पुलिस स्टेशनों में प्राथमिकी दर्ज करने और विभिन्न मध्य पूर्व देशों से फंसी लड़कियों को बचाने के लिए सभी पीड़ितों की सहायता कर रहा है। उन्होंने अबू धाबी, ओमान और भारत में चार हॉटलाइन भी शुरू की हैं ।
सुरजीत सिंह अध्यक्ष डब्ल्यूपीओ, अबू धाबी/अल ऐन - +971 55 612 9811, कमलजीत सिंह मथारू, डब्ल्यूपीओ अध्यक्ष, ओमान- +968 94055561, रमनीत कौर भसीन, श्री साहनी का संसद कार्यालय, दिल्ली- +91 9910061111 और गुरबीर सिंह, डब्ल्यूपीओ चंडीगढ़- +91 9711000837। फंसी हुई लड़कियां और उनका परिवार किसी भी प्रकार की सहायता प्राप्त करने के लिए उपरोक्त नंबरों पर संपर्क कर सकता है।
श्री साहनी ने भारत वापस आने वाली सभी निराश्रित लड़कियों और मध्य पूर्व के देशों में फंसे अवैध प्रवासियों के परिवारों से अनुरोध किया कि वे आगे आएं और संबंधित पुलिस थानों में मामले दर्ज करें, ताकि दोषियों पर सख्त से सख्त कार्यवाही की जा सके ।
श्री साहनी ने मध्य पूर्व देशों में फंसी सभी फंसी महिलाओं और उनके परिवारों को आश्वासन दिया कि जब वे वापस आएंगी तब वह इन लड़कियों को मुफ्त में कौशल प्रशिक्षण प्रदान करेंगे, और पंजाब में ही उनके लिए स्थायी और सम्मानजनक रोजगार की सुविधा प्रदान करेंगी।