अमृतसर , ( राहुल सोनी ) छहरटा निर्मला कॉलोनी के रहने वाले जम्मू के पुंछ जिले राजौरी शहर में आर्मी में ड्यूटी पर तैनात लांस नायक जोबनजीत सिंह (26) को ड्यूटी दौरान गत 3 नवंबर शाम को आंतकवादियो की गोली लगने से शहीद हो गए थे का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ कर दिया गया । सेना के जवान शनिवार को शहीद जोबनजीत सिंह का शव लेकर पहुंचे। आर्मी के यूनिट 49 आर आर सिख लाई जवान व सूबेदार राज सिंह ने शहीद हुए जवान के परिवारिक मेंबरों और जोबनजीत सिंह की पत्नी हरदीप कौर के साथ दुख साझा किया। शहीद का शव तिरंगे में लिपटा हूआ था।लांस नायक जोबनजीत सिंह के शव को फौज की गाड़ी से उतारते हुए इलाका वासियों व नोजवानों ने भारत माता की जय , जोबनजीत सिंह अमर रहे के नारे लगाये। फूलों से सजे जोबनजीत सिंह के शव को आर्मी जवानों ने फ़ौज की गाड़ी से बड़े सम्मान से उतारकर जोबनजीत के घर मे कुछ समय तक रखा । परवारिक मेंबरों ने जोबनजीत के शव के दर्शन किये और आखरी बार जोबन का मुंह देखा। जोबनजीत सिंह की पत्नी हरदीप कौर का रो रो कर बुरा हाल हो गया । फ़ौज के जवानों की औऱ से परिवारिक मेम्बरों को शव के दर्शन करवाने के बाद अंतिम संस्कार कर दिया गया । शहीद जोबनजीत सिंह की देह को शिवपुरी नारायणगढ़ में गाड़ी पर ले जाया गया। शहीद के अंतिम दर्शन करने व श्रदाँजलि देने के लिए पूरे इलाके के लोग दो ढाई किलोमीटर तक पैदल शिवपुरी तक पहुंचे। परिवारिक मेंबरों की ओर से अंतिम संस्कार के दौरान रीति रिवाज अनुसार जोबनजीत सिंह का अंतिम संस्कार उसकी पत्नी हरदीप कौर और 4 वर्षीय बेटे समरदीप सिंह ने अग्नि दिखाकर किया। फौज के अधिकारियों की ओर से शहीद जोबनजीत सिंह के संस्कार के दौरान फायर निकालकर सलामी देकर फूल अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई । जोबनजीत सिंह की पत्नी ने सलामी दौरान जोबनजीत सिंह की शहीदी को सलूट किया। फ़ौज के सूबेदार राज सिंह ने जोबनजीत सिंह पत्नी को तिरंगा भेट किया। शहीद जोबनजीत सिंह के अंतिम सस्कार के दौरान आप नेता गुरदेव सिंह जजी ने रिश्तेदार होने के कारण सारे कार्य आगे लग कर किये। समाज सेवक साहिल बख्शी शिवपुरी नारायणगढ़ में मौजूद रहे औऱ जोबन के परिवार मेम्बरो के साथ दुख साझा किया। शहीद लांस नायक जोबनजीत सिंह के अंतिम संस्कार के दौरान जोबनजीत सिंह की पत्नी एक सवाल करते बोली कि शाम को उसका बेटा समर जब कहेगा कि मेरी पापा से वीडियो कॉल करके बात करवाओ उसे क्या कहूंगी। इस दौरान सभी की आँखे नम हो गयी सारा माहौल गमगीन हो गया । शहीद जोबनजीत सिंह गांव रतनगढ़ खलचिया के रहने वाले थे । उनका 2016 में विवाह हरदीप कौर छेहरटा से हुया था 2017 में अपनी पत्नी हरदीप कौर और 4 साल के बच्चे समर के साथ निर्मला कॉलोनी छेहरटा में रहने लगे । जवान जोबनजीत सिंह के पिता अमरीक सिंह व माता परमजीत कौर का साया भी जोबन के सर पर काफी साल पहले से उठ चुका था। जोबन घर का अकेला चिराग था जोकि फौज में ड्यूटी के दौरान शहीद हो गया। जोबनजीत सिंह के घर मे पीछे सिर्फ उसकी पत्नी व 4 वर्ष का बेटा ही रह गया। जोबनजीत 2014 में आर्मी मे भर्ती हुए थे ।
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Gautam Jalandhari (Editor)