बाबुओं की करप्शन का नया जरिया बनेगा टैक्स इंटेलिजेंस यूनिट, भगवंत मान सरकार इंडस्ट्री-ट्रेड को तबाह करने में जुटी
-कानून-व्यवस्था, पराली के प्रदूषण, बेरोजगारी जैसे मामलों पर पहले ही फेल
पंजाब सरकार राज्य में लाल फीताशाही को बढ़ावा देने पर तुली। भगवंत मान सरकार द्वारा व्यापारियों-उद्यमियों के पीछे ख़ुफ़िया तंत्र लगाना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण कदम है।
यह विचार पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता परमिंदर मेहता ने आज यहां चुनिदा पत्रकारों से बातचीत करते हुए सरकार द्वारा टैक्स वसूली के लिए पंजाब में टैक्स इंटेलिजेंस यूनिट की स्थापना की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए रखें। मेहता ने जोरदेकर कहा कि पहले ही विश्व्यापी मंदी व कारोना के प्रभाव के कारण कारोबार बुरी तरह ठप्प पड़ा हुआ है। केंद्र की भाजपा सरकार की गलत नीतियां नोटबन्दी-जीएसटी से अर्थव्यवस्था बुरी तरह चरमराई हुई है। उद्योग-व्यापार त्राहि-त्राहि कर रहा है। ऐसे में राहत की राहत की बजाए आप सरकार के इंडस्ट्री-ट्रेड विरोधी कदम कारोबारियों के जख्मों पर नमक झोंकने समान है। केंद्र व राज्य स्तर पर पहले ही कर वसूली के लिए समर्थ विभाग व अधिकारियों की फौज मौजूद है। इस नए तंत्र से लालफीताशाही को बढ़ावा व करप्शन की एक और खिड़की खुलने के अलावा कुछ नया नहीं होगा। जो कि आप सरकार चुनाव से पहले लालफीताशाही व करप्शन के खिलाफ वायदे करके सत्ता हासिल करके याब पलटती भी दिख रही है।
मेहता ने कहा कि जबसे पंजाब में भगवंत मान सरकार बनी है, तब से ही चारों तरफ अराजकता फैली है। मेहता ने कहा कि खस्ताहाल कानून व्यवस्था, पराली प्रदूषण, रेत व बजरी माफ़िया सक्रिय, महँगाई व मंदी की मार,बेरोजगारी, विकास कार्य ठप,इत्यादि ऐसे गम्भीर मामले है जिनकी ओर मुख्यमंत्री को तुरंत ध्यान देना चाहिए।लेकिन यह जनता का ध्यान मुख्य मुद्दों से हटाने के लिए तथा पहले से ही मंदी का शिकार हुए व्यापारी वर्ग को राहत प्रदान करने की बजाए उन्हें अफ़सर शाही के सहारे छोड़ रहे है व खुद दूसरे राज्यों में चुनावी मौसम का मजा ले रहे है। मेहता ने सरकार से नए कर खुफिया यूनिट के फैसले को तुरंत रद्द करने की मांग की।