इस बारे में एनजीओ सुखमणि हेवन के फाउंडर मेंबर व कोषाध्यक्ष डॉ. गुरचरण सिंह स्यान (प्रसिद्ध कार्डियोलॉजिस्ट, टोरांटो) जो कि लुधियाना के जमपल ही है, द्वारा आज डा. सर्किट हाउस में डा. जसविंदर कौर के साथ जानकारी देते हुए बताया कि इस एनजीओ का गठन आठ महीने पूर्व वहां बसे प्रमुख एनआरआई जिनमें डाक्टर, वकील, बिजनेसमैन के अलावा सोशल व पॉलिटिशियन भी शामिल है, के साथ मिलकर किया गया। जिसका मुख्य मकसद पंजाब से गर्ल्स स्टूडेंट्स जिनकी तादाद दिन ब दिन बढ़ रही है। पिछले साल ही करीब बीस स्टूडेंट्स कनाडा पहुंचे है। जिनमें अधिकतर लड़कियां भी है। देखने में आया है कि जब यह कनाडा पहुंचती है तो इन्हें आर्थिक के अलावा उन्हें रहने व अन्य प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। कई बार तो इन समस्याओं से दो-चार होते हुए यह स्टूडेंट्स गलत हाथों में पड़ जाती है तथा उनका आर्थिक, मानसिक व शारीरिक शोषण होने लगता है जिससे कई बार स्टूडेंट्स कोई सहारा न मिलने की सूरत में सुसाइड तक कर चुके है। हालांकि कनाडा पुलिस व प्रशासन, इंडियन एंबेसी भी ऐसे स्टूडेंट्स की मदद के लिए कई प्रकार के कदम उठाती रही है लेकिन फिर भी कहीं न कहीं स्टूडेंट्स अपनी बात सही तरीके से न रख पाने या उन्हें जानकारी न मिलने के कारण अभी भी परेशानी का सामना कर रहे है। डा. स्यान ने बताया कि एनजीओ सुखमणि हेवन का मुख्य दफ्तर 30 थामस स्ट्रीट, मिसीसागा, ओंटेरियो, कनाडा है जिसमें प्रेसिडेंट बलजीत सिकंद (सोशल वर्कर) के अलावा दीपा माटो (एडवोकेट), पैम हंसरा, सतविंदर सिंह गोसल (एडवोकेट), हरदीप मान (सोशल वर्कर), डिंपी बैंस (सोशल वर्कर), नैव मांगट (सोशल वर्कर), पवन ग्रेवाल (सोशल वर्कर), गैरी ग्रेवाल (आईटी कंसल्टेंट), हरजोत मांगट जोकि सभी उनके साथ डायरेक्टर है द्वारा मिलकर एनजीओ को चलाया जा रहा है। डा. स्यान ने बताया कि एनजीओ द्वारा किसी भी केस को पूरी तरह देखा जाता है तथा अब तक पंद्रह केस ऐसे है जिसमें लड़कियों को न केवल हर प्रकार की मदद की जाती है। इसमें लड़कियों को रहने के अलावा जॉब दिलाई जाती है तथा उन्हें आर्थिक मदद भी की जाती है। पिछले दिनों संस्था ने बाकायदा एक रेंटेंड घर का प्रबंध कर लिया है जिसमें ऐसी लड़कियों जिनके पास रेंट देने के लिए पैसे नहीं होते तथा उन्हें बाहर निकाल दिया जाता है तो ऐसे आपात हालात में हमें जानकारी मिलने पर एनजीओ इन्हें अपने उपरोक्त निवास पर आवास दिलाती है। डा. स्यान के अनुसार एनजीओ द्वारा इन सब कार्यों में लड़कियों की मदद के लिए बाकायदा चार महिला डायरेक्टर पवन ग्रेवाल, डिंपी बैंस, प्रेम पाल कौर व दीपा को जिम्मेदारी दी गई है तथा इसके लिए एक हेल्प लाइन हाट लाइन +1-289-652-2488 व ई-मेल
info@sukhmanihaven.com को जारी किया गया है। जिसमें उपरोक्त महिला डायरेक्टर्स ही हैंडल करती है व किसी पंजाबी गर्ल्स स्टूडेंट के संर्पक करने पर उन्हें मदद उपलब्ध करवाई जाती है। डा. स्यान ने बताय कि जिस प्रकार से पंजाबी लड़कियां पढ़ाई के लिए कनाडा पहुंच रही है तथा उन्हें दिक्कत भी आ रही है, लेकिन अभी उनके पास बेहद कम संपर्क पहुंच रहे है। हमारा मकसद यही है कि केवल लड़कियां ही नहीं बल्कि पंजाब के उनके माता-पिता भी उनसे सीधे इस हेल्प लाइन के जरिये संपर्क कर सकते है ताकि उनके बच्चों को किसी भी प्रकार की दिक्कत होने की सूरत में तुरंत मदद उपलब्ध करवाई जा सके तथा उन्हें अपना करियर बनाने में भी पूरा सहयोग हो सके। उन्होंने अपने बारे में बताते हुए कहा कि मेरी जन्म भूमि पंजाब लुधियाना है तथा वह यहीं से गवर्नमेंट मेडिकल कालेज पटियाला व पीजीआई चंडीगढ़ से मेडिकल की शिक्षा व डिग्रियां हासिल करके इस मुकाम पर पहुंचे है। मेरी खुद की तीनों बेटियां डाक्टर है तथा अपने अपने मेडिकल फील्ड में नाम कमाने के साथ यूएसए में सेवा कर रही है। मेरी यही कामना है कि जिस प्रकार हमारी बेटियां पढ़ लिखकर एक अच्छे व सुरक्षित माहौल में अपना जीवन निर्वाह अच्छे करियर के साथ कर रही है वैसे ही पंजाब से आ रही हमारी बेटियों को अच्छा, सुरक्षित व करियर नुमा वातावरण मिले तथा उनको अपने लक्ष्य हासिल करने में कोई भी दिक्कत या परेशानी आती है तो वह बेहिचक उपरोक्त नंबरों पर संपर्क कर सकती है। इस अवसर पर पंजाब कांग्रेस नेता परमिंदर मेहता, रविंदर स्यान भी उपस्थित रहे।