इनोसेंट हार्ट्स कॉलेज ऑफ़ एजुकेशन में एनएसएस वालंटियर्स द्वारा स्वतंत्रता सेनानियों भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव के व्यक्तित्व के गुणों पर आधारित एक नाटक का मंचन किया गया, जिसमें भारतीय स्वतंत्रता संग्राम से संबंधित विभिन्न वीरतापूर्ण घटनाओं को पुनर्जीवित किया गया।
"इंकलाब जिंदाबाद" व "सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है, देखना है ज़ोर कितना बाजु-ए-कातिल में है" जैसे प्रेरणादायक उद्धरणों को याद करने के लिए 'अमर भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों के नारों को पुनर्जीवित' विषय पर एक नारा लेखन प्रतियोगिता भी आयोजित की गई थी। रवनीत कौर और गुरप्रीत कौर ने नारा लेखन प्रतियोगिता में पहला स्थान हासिल किया।
यह कार्यक्रम युवाओं को स्वतंत्रता और देशभक्ति के मूल्यों को बनाए रखने के लिए प्रेरित करने में इन शहीदों के साहस और दृढ़ संकल्प की याद दिलाता है।