पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा राज्य में पहले पड़ाव के अधीन स्थापित किए जा रहे ‘स्कूल ऑफ ऐमिनेंस’ के लोगों के लिए सरकारी स्कूलों के विद्यार्थी 10 नवंबर, 2022 तक अपने डिज़ाइन भेज सकते हैं। यह जानकारी पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस द्वारा दी गई।
उन्होंने बताया कि सभी स्कूलों के प्रमुखों को पत्र के द्वारा निर्देश दिए गए हैं कि 11वीं और 12वीं कक्षा में फ़ाईन आटर््स, ड्रॉइंग और पेंटिंग का विषय पढऩे वाले बच्चे प्रभावशाली और अर्थपूर्ण लोगों का डिज़ाइन तैयार करके जि़ला दफ़्तर के द्वारा 10 नवंबर तक मुख्य कार्यालय में भेजें। इसलिए पाँच मुख्य बिंदु भी जारी किए गए हैं, जिसमें स्कूलों में बढिय़ा बुनियादी सुविधाएं, डिजिटल शिक्षा के लिए मल्टीमीडिया और अन्य ई-स्रोतों का प्रयोग, बढिय़ा सुसज्जित पुस्तकालय और प्रयोगशालाएं, खेल सुविधाएं और सह-अकादमिक क्रियाओं के लिए सुविधाओं का जि़क्र या प्रस्तुति हो।
स. बैंस ने कहा कि राज्य स्तर पर पहले तीन स्थान पर रहने वाले स्कूल ऑफ ऐमिनेंस के डिज़ाइनों को नकद पुरस्कारों से सम्मानित किया जाएगा। पहला पुरस्कार 5100 रुपए, दूसरा पुरस्कार 3100 रुपए और तीसरा पुरस्कार 2100 रुपए निर्धारित किया गया है। इस संबंधी विभाग द्वारा गठित राज्य स्तरीय ज्यूरी अंतिम फ़ैसला लेगी।
Govt-School-Students-Designs-Logo-School-Eminence-Harjot-Singh-Bains-Education-Minister-Punjab-
Jagrati Lahar is an English, Hindi and Punjabi language news paper as well as web portal. Since its launch, Jagrati Lahar has created a niche for itself for true and fast reporting among its readers in India.
Gautam Jalandhari (Editor)