बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि ने उतारा 'आप' के मुआवजे के दावों का रंग
पिछले साल बाढ़ के दौरान घोषित मुर्गों-बकरियों और भेड़ों के मुआवजे को भूल, सीएम भगवंत मान का एक और दावा
चंडीगढ़, 21 अप्रैल:
बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि ने पंजाब के आधे से ज्यादा हिस्से में गेहूं को बर्बाद कर किसानों को संकट में डाल दिया है, जबकि राज्य के किसानों को अभी तक पिछले साल आई बाढ़ से हुए नुकसान का मुआवजा भी नहीं मिला पाया है, वहीं दूसरी ओर सीएम भगवंत मान लगातार मुआवजे के दावों की राजनीति में लगे हुए हैं। यह तीखा राजनीतिक व्यंग्य भाजपा के मीडिया प्रमुख और मुख्यमंत्री पंजाब के पूर्व मीडिया सलाहकार विनीत जोशी ने राज्य के किसानों की मौजूदा दुर्दशा पर मुख्यमंत्री द्वारा की जा रही औछी राजनीति पर कटाक्ष करते हुए कहे।
जोशी ने कहा कि जैसा कि एक लोकप्रिय पंजाबी गाना है, ''तेरा लारा वे शराबियां दी गप्प वरगा'', लेकिन अब लगता है कि इस गाने के बोल बदलकर - तेरा 'मुआवाजा' वे शराबइयां दी गप्प वरगा'' करना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि शायद राज्य के किसान अभी तक नहीं भूले हैं कि पिछले साल पंजाब में बाढ़ ने किस तरह कहर बरपाया था और मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बारिश से क्षतिग्रस्त फसलों के साथ-साथ मुर्गियां, बकरियों और भेड़ों की मौत की तत्काल मुआवजे की घोषणा थी ।
जोशी ने कहा कि आश्चर्य की बात यह है कि मुख्यमंत्री खराब मौसम के दौरान फिरोजपुर और फरीदकोट में चुनावी रैलियों के दौरान गेहूं के नुकसान के मुआवजे की घोषणा कर रहे हैं, लेकिन वह भूल रहे हैं कि उन्होंने पहले जो फसल क्षति की घोषणा की थी, वह मुआवजा भी अफ़वाह साबित हो चुका है ।
उन्होंने कहा कि राज्य की अनाज मंडियों में बारिश के पानी में तैरता गेहूं इस बात का संकेत है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान फसल सुरक्षा के इंतजामों की बजाय तिहाड़ जेल में बंद अरविंद केजरीवाल के दौरों पर ज्यादा ध्यान देते हैं।
एक तरफ प्रदेश का किसान बदहाली में खून के आंसू रो रहा है, लेकिन सीएम भगवंत मान गुजरात में अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर नम आंखों के साथ फोटो शूट कर रहे हैं।
जोशी ने कहा कि दिल्ली में चल रही भगवंत मान सरकार को यह नहीं भूलना चाहिए कि अब किसानों और मजदूरों का गुस्सा आम आदमी पार्टी पर पड़ने वाला है।
Vineet-Joshi-State-Media-Head-Bjp-Punjab
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Gautam Jalandhari (Editor)