बोरडोलोई कप के 68वें संस्करण में सिटी क्लब मिनर्वा डीएफसी ने खिताब हासिल किया है और फाइनल में टीम ने
नागालैंड पुलिस को हराया। फाइनल मैच बेहद रोमांचक रहा और एक ही गोल हो सका। पांच मैचों के दौरान पूरे टूर्नामेंट में
मिनर्वा डीएफसी की ओर से यह उत्कृष्ट प्रदर्शन था। उन्होंने इस प्रक्रिया में 10 गोल करते हुए सभी पांच मैच जीते और सिर्फ
एक गोल टीम के खिलाफ हुआ।
मिनर्वा डीएफसी ने इस सफर की शुरुआत असम पुलिस के खिलाफ जीत के साथ की और यहां टीम को कोसुके यामाजुकी के
दो गोल की मदद से 2-0 से जीत मिली। वहीं दूसरे लीग मैच में टीम का सामना असम राइफल्स के साथ था। असम राइफल्स
भारतीय सेना की सबसे पुरानी टीमों में से एक है। मिनर्वा ने इस मैच को 2-1 के साथ जीतकर तीसरे मैच की ओर कदम
बढ़ाया।
मिनर्वा डीएफसी का लीग राउंड में तीसरा मैच डेमालू क्लब के खिलाफ था। यहां टीम को अच्छी टक्कर मिली और एक गोल
के बाद टीम ने 1-0 की जीत दर्ज की। इस जीत के साथ मिनर्वा डीएफसी ने सेमीफाइनल में जगह पक्की की थी।
सेमीफाइनल में मिनर्वा डीएफसी के सामने चिरांग दुआर की टीम थी। उन्होंने पूर्व आईलीग टीम शिलांग लाजोंग को हराया
था और आईएसएल क्लब नॉर्थईस्ट यूनाइटेड के साथ ड्रॉ किया था। मिनर्वा डीएफसी उनके लिए तैयारी थी और नॉकआउट
मैच में टीम ने सबसे बड़ी जीत दर्ज की। उन्होंने मैच को 4-0 से जीता और फाइनल में जगह बनाई।
मिनर्वा डीएफसी का फाइनल में सामना नागालैंड पुलिस के साथ था जिन्होंने अभी तक शानदार प्रदर्शन किया था। मिनर्वा
डीएफसी सबकी पसंदीदा टीम बनी रही और खिताब के लिए वास्तव में कठिन मुकाबला हुआ जिसमें मिनर्वा डीएफसी बहुत
मजबूत साबित हुई।
पहले हाफ में मिनर्वा डीएफसी के पास हाजरा द्वारा मिडफील्ड से एक डैश के बाद आगे बढ़ने का एक शानदार अवसर था।
उन्होंने बॉक्स में आर्थर को गेंद थमाई, उन्होंने शॉट लगाया लेकिन ये मौका बार के उपर से निकल गया। 70वें मिनट में बढ़त
लेने के कई मौके गंवाने के बाद कोसुके बॉक्स में शामिल हुए और गेंद को दूर कोने में घुमाकर मिनर्वा डीएफसी को बढ़त
दिला दी। मिनर्वा डीएफसी ने लीड बना ली और नागालैंड पुलिस को गोल करने का मौका नहीं दिया। उनका अब लक्ष्य
विपक्षी को गोल करने से रोकना था और ये गोल उसके लिए काफी था। टीम ने 1-0 के साथ फाइनल में जीत दर्ज कर ली।
भारत रत्न लोकप्रिय गोपीनाथ के नाम पर बोरडोलोई कप का 68वां सीजन 24 मार्च, 2022 को शुरू हुआ है। मोहन बागान
और ईस्ट बंगाल दो फुटबॉल विरासत वाले भारतीय क्लब इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में लंबे समय से हिस्सा रहे हैं। मोहन बागान
ने रिकॉर्ड सात बार बोरडोलोई कप जीता है जबकि ईस्ट बंगाल और मोहम्मडन स्पोर्टिंग के नाम क्रमश: 6 और 5 खिताब हैं।
विदेशी टीमें पहले भी यह प्रतिष्ठित टूर्नामेंट जीत चुकी हैं। पोर्ट अथॉरिटी फुटबॉल क्लब (बैंकॉक) ने इसे 4 बार जीता है
जबकि अबहोनी क्रिया चक्र (बांग्लादेश), 3 स्टार क्लब (नेपाल), ब्रदर यूनियन (बांग्लादेश), नववोखोर क्लब (उजबेकिस्तान)
सभी के नाम एक ट्रॉफी है। इस साल टूर्नामेंट ने फिर से टीमों की एक मजबूत लाइनअप का दावा किया। इसमें आईएसएल
नियमित नॉर्थईस्ट यूनाइटेड, पूर्व आईलीग टीम शिलांग लाजोंग और डूरंड कप खेलने वाली असम राइफल्स टीम शामिल
थी।
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Gautam Jalandhari (Editor)