उत्तर रेलवे ने सांसद (राज्यसभा) संजीव अरोड़ा को सूचित किया है कि रेलवे सेवाओं को बेहतर बनाने में उनके सुझाव बहुत महत्वपूर्ण हैं। आशुतोष गंगल, महाप्रबंधक, उत्तर रेलवे, बड़ौदा हाउस, नई दिल्ली ने अरोड़ा को भेजे पत्र में उल्लेख किया कि "मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि सभी सुझावों की उच्चतम स्तर पर पूरी तरह से परखा गया है"।
गंगल ने आगे बताया कि रेलवे व अन्य कार्यालयों से संबंधित सुझावों को देखने के बाद उनके पास भेज दिया गया है, ताकि उचित निर्णय लिया जा सके। अपने पत्र में उन्होंने उत्तर रेलवे से संबंधित सुझावों पर की गई कार्रवाई/टिप्पणियों का भी उल्लेख किया।
अरोड़ा ने यह कहते हुए कि लुधियाना स्टेशन की वर्तमान स्थिति विशेष रूप से प्लेटफार्म खराब स्थिति में है, ने सुझाव दिया था कि इसके इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर किये जाने की आवश्यकता है। अब गंगल ने उन्हें बताया कि लुधियाना स्टेशन के पुनर्विकास के लिए टेंडर 19 दिसंबर, 2022 को दे दिया गया है और जल्द ही काम शुरू होने की उम्मीद है।
गंगल ने अरोड़ा को आगे बताया कि मौजूदा रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास शुरू होने के बाद ढंडारी कलां में और ट्रेनें रुकेंगी। अरोड़ा ने सुझाव दिया था कि मौजूदा रेलवे स्टेशन पर भीड़भाड़ कम करने के लिए कुछ ट्रेनों की शुरुआत ढंडारी कलां से की जानी चाहिए।
अरोड़ा ने यह भी सुझाव दिया था कि रेलवे क्रॉसिंग एक प्रमुख मुद्दा है और इसलिए उन्होंने नीलों नहर और लुधियाना के मॉडल टाउन में स्थित इश्मीत सिंह चौक पर आरओबी के निर्माण पर विचार करने का अनुरोध किया था। उनके सुझाव के जवाब में, गंगल ने कहा है कि इसे लागत साझा करने के आधार पर मंजूरी के लिए प्रोसेस किया जा सकता है। लेकिन, ऐसा जॉइंट साइट फिज़िबिलिटी और लागत साझा करने के लिए राज्य सरकार की सहमति के साथ ही किया जा सकता है। इस संबंध में पंजाब के मुख्य सचिव को पत्र लिखा जा चुका है और जवाब का इंतजार है।
रेलवे को एक और सुझाव देते हुए, अरोड़ा ने कहा था कि उनके क्षेत्र में पड़ते लुधियाना एक औद्योगिक शहर होने के नाते हजारों की संख्या में मजदूर रेलवे सेवाओं पर निर्भर करते हैं। मौजूदा शताब्दी एक्सप्रेस 12037/12038 लुधियाना से दिल्ली आने-जाने वाले यात्रियों की संख्या के मुकाबले पर्याप्त नहीं है। इसलिए, उन्होंने मौजूदा शेड्यूल से 3 घंटे के अंतराल के साथ नई शताब्दी ट्रेनों की शुरुआत के लिए बोगियों की संख्या और ड्राफ्ट शेड्यूलिंग योजनाओं को बढ़ाने का अनुरोध किया था। जवाब में गंगल ने अरोड़ा को बताया कि यह ट्रेन अब एक नए नंबर यानी 22485/86 (नई दिल्ली-मोगा, सप्ताह में दो बार) और 22479/80 (लोहियां खास-नई दिल्ली के बीच सप्ताह में 5 दिन) के साथ चल रही है। इस प्रकार, यह सप्ताह के सभी 7 दिनों पर उपलब्ध है। यह अब गैर-शताब्दी यात्रियों के लिए भी सस्ती है। यार्ड रिमॉडलिंग का काम भी चल रहा है। लुधियाना यार्ड रिमॉडलिंग के चालू होने के बाद फिजिबिलिटी की फिर से जांच की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि अरोड़ा ने कुछ महीने पहले उत्तर रेलवे के फिरोजपुर मंडल के डीआरएम द्वारा लिखे गए पत्र के जवाब में सुझाव दिए थे। उनके सुझावों पर पिछले साल 16 नवंबर को रेलवे के अंबाला और फिरोजपुर मंडलों के चंडीगढ़ में हुई सांसदों की बैठक में भी चर्चा हुई थी.
अरोड़ा ने कहा, "विभिन्न मंचों और फ़ोरम्स के माध्यम से, मैं यात्रियों की समस्याओं को सुनता रहा हूं और इस प्रकार, लुधियाना जिले से संबंधित सुझावों के साथ कुछ मुद्दों को इस उम्मीद के साथ उजागर किया कि उनके सुझाव बड़े पैमाने पर जनता के लिए जीवन को आसान बनाने में मदद करेंगे।" उन्होंने सही परिप्रेक्ष्य में उनके सुझावों पर विचार करने के लिए रेलवे को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि वह इन सभी मुद्दों को तब तक उठाते रहेंगे जब तक कि इन्हें पूरी तरह से स्वीकार और लागू नहीं कर दिया जाता।
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Gautam Jalandhari (Editor)