राजेंद्र सिंह जादौन
चंडीगढ़,28जनवरी। डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को सिलसिलेवार ढंग से कम समय के फासले पर पैरोल मिलने के पीछे भाजपा की सियासी जरूरत देखी जा रही है।वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा पूर्ण बहुमत का 46, सीटों का आंकड़ा हासिल नहीं कर पाई थी।अब भाजपा 2024के विधानसभा और लोकसभा चुनाव में डेरा प्रमुख के भक्तो का सहारा लेकर पूर्ण बहुमत हासिल करना चाहती है।
यही कारण है की राम रहीम को 14 महीनों में चौथी बार पैरोल मिली है।इस बार तो वह पौने 2 महीने में ही फिर 40 दिन की पैरोल पर 21 जनवरी को बाहर आ गया। यह साधारण पैरोल नहीं है क्योंकि भाजपा के बड़े नेता भी लगातार राम रहीम के दरबार में नतमस्तक हो रहे हैं।साल 2014 में राम रहीम ने भाजपा को हरियाणा में खुला समर्थन दिया। इन विधानसभा चुनाव में भाजपा को 90 में से 47 सीटें मिली थी। राज्य में पूर्ण बहुमत से सरकार बनी।
2017 में राम रहीम को सजा हो गई। इससे डेरा प्रेमी भाजपा से नाराज हो गए। चुनाव में इसका असर दिखा। भाजपा 40 सीटों पर सिमट गई। सिरसा और फतेहाबाद प्रेमियों का गढ़ है। सिरसा में भाजपा को एक भी सीट नहीं मिली जबकि फतेहाबाद में 2 सीटें मिलीं। जिसके बाद जेजेपी के समर्थन से सरकार बनानी पड़ी। भाजपा अगले साल के चुनाव में 2014 के प्रदर्शन को वापस पाना चाहती है।
2019 में हरियाणा में भाजपा ने सभी 10 लोकसभा सीटें जीतीं। इस बार भी यही प्रदर्शन करने की कोशिश है। इससे जहां हरियाणा में भाजपा का दबदबा बढ़ेगा। सबसे अहम पहलू पंजाब है। वहां भाजपा इस बार अकेले चुनाव लड़ेगी। वहां 13 लोकसभा सीटें हैं। पहले भाजपा सिर्फ 3 सीटों पर लड़ती थी। पंजाब में डेरा प्रेमियों की अच्छी तादाद है। ऐसे में इनके जरिए भाजपा वहां अपना दमखम दिखा सकती है।राम रहीम को फरवरी 2022 के पंजाब और यूपी चुनावों में पहली बार 21 दिन की फरलो मिली। पंजाब की मालवा बेल्ट और पश्चिमी यूपी में डेरा प्रेमियों ने भाजपा को समर्थन दिया। पंजाब में भाजपा चौंका नहीं पाई, लेकिन यूपी में भाजपा को फायदा हुआ।
राम रहीम को दूसरी बार 17 जून 2022 को 30 दिन की पैरोल मिली तब वह यूपी के बागपत स्थित बरनावा आश्रम में रुका। जहां से वह साढ़े 4 साल बाद वीडियो के जरिए प्रेमियों के सामने आया।
अक्टूबर 2022 में राम रहीम फिर से 40 दिन की पैरोल पर आया। तब हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव, हरियाणा में आदमपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव और पंचायत चुनाव होने वाले थे। चुनाव की वोटिंग होने के बाद राम रहीम फिर जेल लौटा।
अब 2023 में उसे 21 दिन की पैरोल मिली है। अगले साल हरियाणा में विधानसभा और देश में लोकसभा चुनाव होने हैं। इसे उससे जोड़कर देखा जा रहा है।
राम रहीम के सत्संग में भाजपा नेताओं की कतार लग रही है। पिछली बार पैरोल में हरियाणा के डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा के अलावा हिमाचल के तत्कालीन मंत्री बिक्रम ठाकुर भी सत्संग में माथा टेकते नजर आए। इसके अलावा भाजपा के मेयर समेत कई नेता ऑनलाइन राम रहीम से जुड़े।
इस बार पैरोल मिलने के बाद राम रहीम ने सफाई अभियान शुरू किया तो हरियाणा के सीएम मनोहर लाल के राजनीतिक सचिव कृष्ण बेदी, राज्यसभा सांसद कृष्ण पंवार, फरीदाबाद विधायक सीमा त्रिखा, पानीपत विधायक प्रमोद विज, गुहला चीका विधायक कुलवंत बाजीगर की बहू सहित हरियाणा के भाजपा विधायक राम रहीम से ऑनलाइन आशीर्वाद लेने पहुंच गए।