धुरी में भगवान विश्वकर्मा को श्रद्धांजलि भेंट की
कहा, पंजाब सरकार राज्य की पुरातन शान बहाल करने के लिए प्रतिबद्ध
पंजाब को देश का अग्रणी राज्य बनाने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान ने लोगों को भगवान विश्वकर्मा द्वारा दिखाए मार्ग पर चलने की अपील की।
यहाँ विश्वकर्मा दिवस के अवसर पर आयोजित समारोह के दौरान लोगों की जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने भगवान विश्वकर्मा को श्रद्धांजलि भेंट करते हुए कहा कि वह समूचे ब्रह्मांड के रचयिता थे, जिनकी औद्योगिक गतिविधियों में लोगों द्वारा इस्तेमाल की जाती हर तरह की मशीनरी और उपकरणों की बनावट कला में बड़ी देन है। उन्होंने लोगों को इस महान देवता के नक्शे-कदमों पर चलने का आह्वान किया। भगवंत मान ने कहा कि भगवान विश्वकर्मा ने हमेशा कारीगरों, श्रमिकों और मज़दूर वर्ग को देश के विकास के लिए पूरी लगन और प्रतिबद्धता से मेहनत करने के लिए प्रेरित किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान विश्वकर्मा की विचारधारा और शिक्षाओं के अनुसार विश्व भर में पंजाबियों ने अलग-अलग देशों के सामाजिक-आर्थिक विकास में बड़ा योगदान डालकर अपनी काबिलीयत को साबित किया है।
उन्होंने उद्योगपतियों को कहा कि वह कौशल प्रशिक्षण को प्रोत्साहित करने के लिए ठोस प्रयास करने का संकल्प लें, क्योंकि यह भगवान विश्वकर्मा को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। भगवंत मान ने कहा कि यह ना केवल नौजवानों के लिए रोजग़ार पैदा करने में सहायक होगा, बल्कि बड़े स्तर पर राज्य के विकास में भी अहम भूमिका निभाएगा।
मुख्यमंत्री ने वैश्विक मंदी के डर को दूर करते हुए कहा कि जहाँ भी पंजाबी काम कर रहे हैं, वहां आर्थिक मंदी कभी नहीं आयेगी। उन्होंने कहा कि पंजाबी मेहनती हैं और हर क्षेत्र में नाम कमाने के लिए उनमें बेमिसाल ऊर्जा और अथाह सामथ्र्य है। भगवंत मान ने कहा कि अपनी इस लगन के स्वरूप पंजाबी सख़्त मेहनत करते हैं और यह सुनिश्चित बनाते हैं कि किसी भी क्षेत्र में कोई मंदी न आए।
पंजाब में आम आदमी सरकार की कई अहम पहलों का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार ने 1 जुलाई से हरेक बिल में लोगों को 600 यूनिट मुफ़्त बिजली मुहैया करवाई है। उन्होंने बताया कि इसके नतीजे के तौर पर सितम्बर महीने में कुल (72.66 लाख) में से 50 लाख परिवारों को ज़ीरो बिजली बिल आया है। भगवंत मान ने कहा कि इससे समाज के हर वर्ग के लोगों को बड़ी राहत मिली है।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि सरकारी कर्मचारियों के कल्याण के उद्देश्य से ऐतिहासिक फ़ैसला लेते हुए राज्य सरकार ने पंजाब के कर्मचारियों के लिए पुरानी पेन्शन स्कीम बहाल कर दी है। उन्होंने कहा कि पुरानी पेन्शन स्कीम 2004 में बंद कर दी गई थी और तब से कर्मचारियों को नयी पेन्शन स्कीम दी जा रही है। भगवंत मान ने कहा कि राज्य में लाखों कर्मचारियों के कल्याण को ध्यान में रखते हुए पुरानी पेन्शन स्कीम बहाल कर दी गई है, जिससे लाखों कर्मचारियों के हित सुरक्षित होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले पाँच सालों में 16 नए मेडिकल कॉलेजों का निर्माण किया जाएगा, जिससे मेडिकल कॉलेजों की कुल संख्या 25 हो जाएगी और पंजाब मेडिकल शिक्षा का केंद्र बन जाएगा। उन्होंने कहा कि मेडिकल शिक्षा हासिल करने के इच्छुक विद्यार्थियों को अब युक्रेन जैसे देशों में नहीं जाना पड़ेगा, क्योंकि इन मेडिकल कॉलेजों में उनको मानक मेडिकल शिक्षा मुहैया करवाई जाएगी। भगवंत मान ने कहा कि पिछली सरकारों ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया, परन्तु उनकी सरकार का उद्देश्य है कि हर जिले में मेडिकल कॉलेज हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार राज्य की पुरातन शान बहाल करने के लिए प्रतिबद्ध है और इस नेक कार्य के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने इस सम्बन्धी कई लोक-हितैषी और विकास-समर्थकीय कदम उठाए हैं। भगवंत मान ने कहा कि आने वाले दिनों में भी इसा तरह की और अहम पहलें की जाएंगी।
मुख्यमंत्री ने लोगों को मानक स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए धुरी और संगरूर के अस्पतालों की कायाकल्प करने का भी ऐलान किया। उन्होंने यह भी कहा कि धुरी में हैवी लाइसैंसों के लिए ड्राइविंग टैस्ट सैंटर भी जल्द ही चालू किया जाएगा, जिससे इस मकसद के लिए माहूआना सैंटर जाने के समय लोगों को होने वाली असुविधा से बचा जा सके। भगवंत मान ने यह भी ऐलान किया कि रेलवे द्वारा धुरी में रेलवे ओवरब्रिज के निर्माण का काम भी जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा।
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Gautam Jalandhari (Editor)