संगरूर लोकसभा उप चुनाव में जनता ने हैरानीजनक फैसला देते हुए शिरोमणि अकाली दल अमृतसर के प्रधान सिमरनजीत सिंह मान के हक में जीत का फतवा दिया है। मान ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी तीन महीने पहले ही पंजाब की सत्ता में विराजमान होने वाली आम आदमी पार्टी के उममीदवार गुरमेल सिंह घराचों को कड़े मूुकाबले में पराजित किया है। तीसरे नंबर पर कांग्रेस गोल्डी, चौथे नंबर पर भाजपा के केवल ढिल्लों व पांचवे नंबर पर अकाली दल की उमीदवार रही। जिनकी जमानतें तक जब्त रही। म्म्मालूम रहे कि आम ख्चुनाव में यहां से भगवंत मान जीते थे । पंजाब विधानसभा चुनाव में आप पार्टी से विधायक बनने के बाद उन्हें सीएम बनाया गया है। जिसके बाद उन्होंने संगरूर एमपी सीट से इस्तीफा दे दिया था और गुरमेल सिंह घराचों को टिकट दी गई थी। उप चुनाव में लगातार सीएम भगवंत मान गुरमेल सिंह के हक में चुनाव प्रचार करते दिखे। यहां तक अंतिम दौर में ख्अरविंद केजरीवाल ने भी चुनाव प्रचार किया था। संगरूर सीट के विस हलकों में सभी आप विधायक हजारों की वोट के अंतर से जीते थे। लेकिन आज उनको बेहद कम वोट हासिल हुए। अकाली दल बादल की हालत सबसे ख्रराब रही जहां बलवंत सिंह राजोआना की बहन को सुखबीर सिंह बादल ने उतारा था तथा बंदी सिंहो की रिहाई के मुद्दे को आगे रखकर वोट मांगे गए। भले ही लोगों ने आप के हक में वोट नहीं डाले लेकिन कांग्रेस को भी इसका लाभ नहीं मिलता दिखा । लोगों ने आप को वोट न डालने पर विकल्प के तौर पर कांगे्रस को नहीं चुना। जिससे साफ है कि अभी कांग्रेस के लिए अभी वोटरों का समर्थन हासिल नहीं हुआ है। अकाली दल से अलग होने के बाद भाजपा पहली बार एमपी चुनाव में उतरी थी। जिन्हें अकाली दल के उममीदवार से अधिक मत हासिल हुए है। जोकि उनके लिए संतोषजनक होगा। मालेरकोटला में सिमरजीत सिंह मान को 8101 वोट की अच्छी बढ़त मिली। दिड़बा हलके से भी मान को अधिक वोट मिले। लहरागागा व संगरूर से आप को अधिक वोट मिले।
जीत के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए सिमरनजीत सिंह मान ने कहा कि संगरूर चुनाव में लोगों ने दूसरे दलों की कमर तोड़ दी है। हमें माखौल करते थे पहले लेकिन अब उन्हें जवाब मिल गया है। मान ने कहा कि वित्त मंत्री हरपाल चीमा को भी अब इस्तीफा दे देना चाहिए। मान ने अल्पसंखकों पर देश भर में अत्याचार के आरोप लगाए।
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Gautam Jalandhari (Editor)