-अमेरिका ने हमें हथकड़ी और जंजीरों में बांधकर घोर मानवाधिकार उल्लंघन किया** अमृतसर, 6 फरवरी कुमार सोनी** आव्रजन मामलों के कैबिनेट मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने कल अमेरिका से निकाले गए 104 भारतीयों के साथ हुए दुर्व्यवहार की निंदा करते हुए कहा कि मोदी सरकार को अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे भारतीयों को वापस लाने के लिए अमेरिका स्थित भारतीय दूतावासों की मदद लेनी चाहिए। वीरवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए धालीवाल ने कहा कि जिस तरह से युवा अपने घर पहुंचे और बताया कि उन्हें हाथ बांधकर और पैरों में जंजीरें डालकर विमान में चढ़ाया गया, यह बहुत दुखद बात है। उन्होंने कहा कि अमेरिका से अमृतसर की उड़ान करीब 17-18 घंटे की है, वह भी यात्री विमान में नहीं बल्कि सैन्य मालवाहक विमान में और ऊपर से हथकड़ी और जंजीरें बंधी हों, इससे बड़ी यातना और कुछ नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि ये युवा काम करने के लिए अमेरिका गए थे, लेकिन उनके साथ अपराधियों जैसा व्यवहार किया गया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री जयशंकर को अमेरिकी सरकार को यह संदेश देना चाहिए कि अगर हमारे किसी भारतीय को वापस भेजा जाना है तो उसे अमेरिका स्थित हमारे दूतावासों को सौंप दें और हम स्वयं उसकी देश वापसी की व्यवस्था कर देंगे। उन्होंने निर्वासन के लिए अमृतसर हवाई अड्डे को चुनने को भी राजनीति से प्रेरित बताया और कहा कि केंद्र सरकार इस विमान को दिल्ली से मुंबई मोड़कर बच निकली, लेकिन हम अपनी जिम्मेदारी से नहीं भागते। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ने कल अमृतसर पहुंचे भारतीयों का आतिथ्य सत्कार किया, उन्हें भोजन और पानी उपलब्ध कराया तथा उनके घर वापसी की व्यवस्था की। हम भविष्य में अपनी जिम्मेदारी से भागेंगे नहीं, बल्कि भाजपा सरकार को अपनी जिम्मेदारी समझते हुए इन युवाओं की ढाल बनना चाहिए और ट्रंप सरकार से बात कर या तो इनके देश लौटने पर रोक लगानी चाहिए या अपने दूतावासों के माध्यम से इन्हें वतन वापस लाना चाहिए। ===--
Jagrati Lahar is an English, Hindi and Punjabi language news paper as well as web portal. Since its launch, Jagrati Lahar has created a niche for itself for true and fast reporting among its readers in India.
Gautam Jalandhari (Editor)