खेती कानून वापस होना किसानी संघर्ष की बड़ी जीत है इसमें देशभर से बड़ी गिनती में किसान अपना घर बार छोड़कर पिछले 1 साल से ज्यादा समय से संघर्ष करते आ रहे थे , यह विचार पंजाब के सुप्रसिद्ध गायक इंदरजीत निक्कू ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए उजागर किए ,वह मॉडल टाउन में एब्सोल्यूट बारबेक्यू ‘विश ग्रिल’ का उद्घाटन करने के लिए पहुंचे हुए थे इंद्रजीत निक्कू ने कहा कि किसानों के इस संघर्ष का हर वर्ग के साथ-साथ गायक कलाकारों ने भी पूरा साथ दिया है इसलिए सारे बधाई के पात्र हैं उन्होंने फतेह हुए किसानों को सलाम किया जिन्होंने अपनी जान पर खेलकर किसान मारू कानून वापस करने के लिए सरकार को मजबूर किया।
इंदरजीत निक्कू से जब पंजाबी फिल्मों में काम करने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि पहले नोटबंदी और फिर करोना महामारी और किसान संघर्ष के कारण बॉलीवुड में बहुत सरगम नहीं रहे लेकिन उन्होंने किसानी संघर्ष के दौरान किसानी मोर्चे में कई बार हाजिरी भरी वही किसानी संबंधित गीत भी गाए निक्कू ने कहा कि उनका मानना था कि जब तक किसानी संघर्ष खत्म नहीं हो जाता तब तक वह फिल्मों में काम नहीं करेंगे लेकिन अब क्योंकि कानून वापस हो गए हैं किसानों का धरना खत्म हो गया है तो वह अब जल्द ही फिल्मों में दिखेंगे जब उनसे पूछा गया कि किसान ने संघर्ष पर कोई फिल्म बनाने का उनका इरादा हो तो उन्होंने कहा कि गीत तो पहले बनाए थे और अब इस बारे में विचार करेंगे