आरोपी के कब्जे से पुलिस स्टिकर लगी किगर कार, इंटरपोल एजेंसी का जाली आईडी कार्ड समेत विदेशी और भारतीय करेंसी बरामद-आरोपी 4 दिन के पुलिस रिमांड पर- इंस्पेक्टर अर्षप्रीत कौर गरेवाल
लुधियाना 31 अक्टूबर (पारस दानिया)। लुधियाना में अंतरराष्ट्रीय आपराधिक पुलिस संगठन (इंटरपोल) का नकली अधिकारी थाना डिवीजन नंबर दो की पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है। जानकारी में आरोपी अपनी कार पर पुलिस लोगो वाला स्टिकर लगाकर घूम रहा था। जो बीते दिन पुलिस की नाकाबंदी के दौरान इंस्पेक्टर अर्षप्रीत कौर गरेवाल के हत्थे चढ़ गया। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से रेनॉल्ट की किगर गाड़ी जिस पर आरोपी ने पुलिस लोगो लगाया था बरामद की है। इसके अलावा इंटरपोल एजेंसी का जाली आईडी कार्ड समेत विदेशी और भारतीय करेंसी भी कब्जे में ली है। वहीं मामले के संबंध में जानकारी देते हुए सीपी डाक्टर कौस्तुभ शर्मा आईपीएस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी की पहचान अब्दुल्लापुर बस्ती गली नंबर 3 का रहने वाला रणधीर सिंह (46) वर्षीय है। बीते दिन आरोपी को गिरफ्तार करने में डिवीजन दो पुलिस को उस समय सफलता मिली जब इंस्पेक्टर अर्षप्रीत कौर समेत पुलिस पार्टी के नाकाबंदी दौरान सिविल हॉस्पिटल टी पॉइंट पर चैकिंग कर रही थी। आरोपी अपनी कार में सवार होकर आ रहा था। गाड़ी पर स्टीकर लगा देख पुलिस ने पूछताछ के लिए रोका। पुलिस द्वारा नाम पता पूछने पर आरोपी ने एतराज जताया और कहा कि आपको मेरी गाड़ी पर लगा पुलिस का लोगों दिखाई नहीं दे रहा। वह इंटरपोल का उच्च अधिकारी है। उसे रोकने की हिम्मत कैसे की। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी से इंटरपोल का आईडी कार्ड मांगा। जिसे आरोपी ने पुलिस को दिखाया। बाद जब पुलिस ने बारीकी से कार्ड चेक किया तो उक्त कार्ड पर इंटरपोल एजेंसी की मोहर जारी करने वाले उच्च अधिकारी के हस्ताक्षर ही नहीं पाए गए। शक्की पाए जाने पर पुलिस आरोपी को थाने ले गई। जहां आरोपी से जब सख्ती से पूछताछ की गई तो आरोपी ने बताया वह इंटरपोल अधिकारी नहीं है उसके पास जो आईडी कार्ड है वह जाली है। उसने टोल टैक्स पर मुफ्त आने-जाने और पुलिस नाकों से बचने के लिए कार्ड बनाया है। आरोपी से अधिक खुलासों के लिए न्यायालय पेश कर 4 दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया गया है।
विशेष बॉक्स- कब से जाली इंटर अधिकारी बनकर घूम रहा था आरोपी
इंस्पेक्टर आर्षप्रीत कौर ने बताया कि आरोपी ने 2020 में यह कार्ड बनाया था और तभी से टोल प्लाजों पर मुफ्त आता जाता था। इसके अलावा आरोपी पुलिस नाकों पर भी यह कार्ड दिखा कर बच जाता था। आरोपी के मुताबिक वह मोटिवेशनल स्पीकर है। पुलिस रिमांड के दौरान पता लगाएगी कि आरोपी किसी बड़े रैकेट या गिरोह के साथ संपर्क में तो नहीं है।या फिर किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में तो नहीं चल रहा था।