उपराष्ट्रपति वैकेंया नाउडू ने कहा कि यह सबकी मांग थी। यह एक इतिहासिक दिन है। उन्होंने कहा कि गुरू साहिबान ने सेवा की महानता पर बल दिया। उनकी दूर दृष्टि आज भी प्रसांगिक है। उन्होंने कहा कि करतार साहिब गुरूद्वारा साहिब सदियों से प्ररेणा का स्त्रोत है। यह लंबे समय से मांग थी कि हम बिना किसी रूकावट इसके दर्शन कर सके। इसकी मांग दो दशक से चल रही थी तथा आज अधूरा सपना पूरा होने जा रहा है। यह आम दिन नहीं बल्कि बड़ी संभावित तबदीली का दिन है। यह अहम एतिहासिक मौका है तथा यह भारत सरकार के फैँसले से ही संभव हो सका है। बिना शक महान गुरू साहिबान का आर्शीवाद हमारे साथ है। हम 550 साला भी शान से मनाएंगे। पाकिस्तान सरकार से भी जोर देकर कहा है कि वह अपने क्षेत्र में भी ऐसा कॉरिडोर बनाए तथा पाकिस्तान ने इसे मान लिया है तथा अब अटारी के जरिये नहीं बल्कि सीधे जा कर दर्शन कर सकेंगे। यह रास्ता गुरू साहिब के साथ जोड़ेगा। यह रास्ता दोनों देशों में एक पुल है। यह कॉरिडोर अमन आपसी सद़्भावना का रास्ता है। यह नए रास्ते व संभावनाएं खोलेगा। उन्होंने कहा कि कॉरिडोर पुरानी दरारों को भरेगा तथा आपसी भाईचारे को बढ़ाने को प्रोत्साहित करेगा। भारत विश्व को एक परिवार मानता है। यह कई प्रकार से परिवार सदस्यों को नजदीक लाने का जरिया बन रहा है। प्रगति के लिए अमन शर्त है। आपसी सत्कार व विकास है। इसके लिए पांच पी- लोक, धरती, खुशहाली अमन एवं भाईचारा का हवाला दिया। दूसरी तरफ जो लोग है वो सुन रहे है कि मैंने जा कहा तथा जो सीएम पंजाब ने कहा। आज के समागम का संदेश सद्भावना व मिलजुकर काम करने की शक्ति है। उन्होंने कहा कि सुल्तान पुर लोधी को भी स्मार्ट सिटी के तौर पर उभारा जाएगा। यहां पिंड बाबा नानक दा के तौर पर विकसित किया जाएगा। इसके अलावा सुल्तानपुर लोधी व अन्य जगह पर शताब्दी संबंधी विकास प्रोजैक्टों का विस्तारपूर्वक जिक्र किया। उन्होंने संक्रिण सोच, हिंसा की बजाये इसे दूर करने की शक्ति की जरूरत को महसूस किया। आतंकवाद इसका हिस्सा है। इसके लिए यूएनओ के जरिये संयुक्त रूप से काम करने की जरूरत पर बल दिया। आतंकवाद का कोई धर्म या जाति नहीं होती। भारत एक शांति प्रिय देश है। हमने कभी किसी देश पर हमला नहीं किया। हम चाहते है कि पड़ोसियों से अच्छे संबंध हो। पीएम मोदी बिना किसी सूचना के वहां चले गए थे। हम सब एक ही थे। कुछ कारणों से हालात बदले है।
करतारपुर कॉरिडोर अमन-शांति व आपसी सद्भाव के नए रास्ते खोलेगा : वैंकेया नाउडू 108
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Gautam Jalandhari (Editor)